इतिहास अंतर्राष्ट्रीय राजनीति पर शीत-युद्ध का प्रभाव द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद के काल में संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत रूस के बीच उत्पन्न तनाव की स्थिति को शीत युद्ध के नाम से जाना जाता है। … किन्तु युद्ध समाप्त होते ही, एक ओर ब्रिटेन तथा संयुक्त राज्य अमेरिका तथा दूसरी ओर सोवियत संघ में तीव्र मतभेद उत्पन्न होने लगा। शीत युद्ध का इतिहास,उत्पत्ति के कारण, और राजनीतिक प्रभाव शीतयुद्ध नामक शब्द का प्रयोग ‘बर्नार्ड बारूच’ ने किया, जिसे वॉल्टर लिपमैन’ ने लोकप्रिय बनाया। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दो महाशक्तियों अमेरिका और सोवियत संघ का उदय हुआ। इन दोनों महाशक्तियों के आपसी सम्बन्धो…
Author: NARESH BHABLA
बलात्कार के अपराध के संबंध में पूर्व के आलेख में बलात्कार के अपराध की परिभाषा प्रस्तुत की गई थी। इस आलेख में बलात्कार के संबंध में भारतीय दंड संहिता 376 में दंड के उपबंध पर चर्चा की जा रही है। बलात्कार भारतीय दंड संहिता 376 ऐसा अपराध है जिस पर अत्यंत विस्तृत उपबंध दंड संहिता के अंतर्गत किए गए हैं, जितनी विस्तृत इस अपराध की परिभाषा को रखा गया है, उतना ही विस्तृत अपराध के अधीन दंड दिए जाने का उपबंध किया गया है। भारतीय दंड संहिता 376 | Indian Penal Code 376 यह ऐसा विशेष अपराध है, जिस अपराध के घटित…
संप्रभुता की विशेषताएं या लक्षण (samprabhuta ki visheshtaen yah Lakshan ) इस लेख के माध्यम से संप्रभुता की विशेषताओं के बारे में जानेंगे इसलिए अंत तक आपको संप्रभुता की विशेषताओं को ध्यान से पढ़ना है यह टॉपिक एग्जाम की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है ! संप्रभुता की विशेषताएं या लक्षण (Samprabhuta ki Visheshta) संप्रभुता की विशेषताएं या लक्षण निम्न प्रकार से :- 1. असीमता सम्प्रभुता का पहला और अंतिम लक्षण उसका सर्वोच्च और असीम होना है। राज्य की संप्रभुता निरंकुश और असीम होती है। इसका तात्पर्य यह है कि वह विधि के द्वारा भी सीमित नही की जा सकती…
इस लेख के माध्यम से NATO क्या है ?,कैसे हुई नाटो की स्थापना ?, नाटो की स्थापना क्यों की गई?, नाटो के कितने सदस्य हैं?,नाटो के गठन के उद्देश्य,नाटो की संरचना,क्या रूस नाटो का सदस्य है?, आदि इन तमाम मुद्दों पर इस लेख में आपको पूरी जानकारी दी जाएगी ! NATO क्या है ? | कैसे हुई नाटो की स्थापना ? जब विश्व युद्ध (World War) की समाप्ती हुई तो दुनिया के बहुत सारे देशों को गहरा जान और माल का नुक्सान झेलना पड़ा। ऐसे में सभी देश चिंतित थे कि ऐसी कोई घटना फिर कभी ना हो। इसी समस्या…
आज १४ अप्रैल २०२१ को १३० वी जयंती मनाई जा रही है। इस वर्ष कुल 102 देशों में डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती को मनाया गया था। … डॉ भीमराव अंबेडकर को बाबा साहेब नाम से भी जाना जाता है। डॉ भीमराव अंबेडकर जी उनमें से एक है जिन्होंने भारत के संविधान को बनाने में अपना अहम योगदान दिया था। डॉ भीमराव अंबेडकर भीमराव रामजी आंबेडकर का जन्म 14अप्रैल 1891 को इंदौर के पास महू छावनी में महार जाति में हुआ उनके बचपन का नाम भीम सकपाल था। आंबेडकर विपुल प्रतिभा के छात्र थे। उपनाम- बड़ौदा के गायकवाड राजा की स्कॉलरशिप पर…
चंद्रगुप्त मौर्य के समय से ही मौर्यों की सत्ता इस क्षेत्र में फैल गई। कोटा जिले के कणसावा गांव से मिले शिलालेख से यह पता चलता है कि वहां मौर्य वंश के राजा धवल का राज्य था बैराठ से अशोक के दो अभिलेख मिले हैं मौर्य काल में राजस्थान सिंध, गुजरात तथा कोकण का क्षेत्र अपर जनपद अथवा पश्चिमी जनपद कहलाता था अशोक का बैराठ का शिलालेख तथा उसके उतराधिकारी कुणाल के पुत्र सम्प्रति द्वारा बनवाये गये मन्दिर मौर्यों के प्रभाव की पुष्टि करते हैं कुमारपाल प्रबंध अन्य जैन ग्रंथ से अनुमानित है कि चित्तौड़ का किला व चित्रांग तालाब…
प्रकाश एक प्रकार की ऊर्जा है इसका ज्ञान हमें आँखों द्वारा प्राप्त होता है जो विधुत चुम्बकीय तरंगों के रूप में संचारित होता है । प्रकाश क्या है प्रकाश एक उर्जा है जिसका तरंगदैर्घ्य (wavelength) दृश्य सीमा के भीतर होता है, प्रकाश के सबसे छोटे कण को फोटोन कहते हैं। प्रकाश विद्युतचुंबकीय विकिरण का एक छोटा रूप है। … विद्युतचुंबकीय विकिरण के अंतर्गत दृष्य प्रकाश, एक्स-किरण, गामा-किरण, रेडियो तरंगे आदि आते हैं। प्रकाश की दोहरी प्रकृति पायी जाती है , प्रकाश सरल रेखा में गमन करता प्रतीत होता है सर्वप्रथम रोमर नामक वैज्ञानिक ने बृहस्पति ग्रह के उपग्रहो की गति को देखकर…
IAS Nisha Grewal – इस लेख के माध्यम से आईएएस निशा ग्रेवल के बारे में जानेंगे उन्होंने कैसे 23 साल की उम्र में आईएएस टॉप किया आज इसी लेख के माध्यम से उसकी पूरी जानकारी दी गई है इसलिए इस लेख को अंत तक पढ़े IAS Nisha Grewal: पहले ही प्रयास में यूपीएससी टाॅप करने वाली 23 साल की लड़की, जानिए निशा ग्रेवाल की सफलता की कहानी संघ लोक सेवा आयोग द्वारा हर साल आयोजित होने वाली सिविल सर्विसेज की परीक्षा में हजारों अभ्यर्थियों के सपने पूरे होते हैं। हर साल कई अभ्यर्थी कड़े परिश्रम के बाद सफल होते हैं।…
लोकनीति (Public Policy) का अर्थ- लोकनीति में लोक का अर्थ सरकार सें है। अतः लोकनीति का तात्पर्य है सरकार द्वारा बनाई गई नीति। दूसरे शब्दों में जनता की विविध मांगों एवं कठिनाइयों का सामना करने के लिए सरकार को जो नीतियां बनानी पडती है उन्हें ही लोकनीति कहते है। लोकनीति अथवा ‘सार्वजनिक नीति’ (Public policy) वह नीति है जिसके अनुसार राज्य के प्रशासनिक कार्यपालक अपना कार्य करते हैं। बहुत से विचार कों का मत है कि लोक प्रशासन, लोकनीति को लागू करने और उसकी पूर्ति के लिये लागू की गयी गतिविधियों का योग है। सावर्जनिक नीति का अध्ययन अमेरिका के…
विशेषण का शाब्दिक अर्थ है विशेषता जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बतलाता है वह विशेषण (Adjective) कहलाते हैं जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की व्याप्ति मर्यादित व करते हैं वे विशे षण कहलाते हैं विशेषण (Adjective) गुण को कहा जाता है विशेषण में संख्या को कहा जाता है विशे षण परिणाम को कहा जाता है उदाहरण:- विशेष्य जिस की विशेषता बताई जाए उसे विशेष से कहा जाता है उद्देश्य विशेषण जब वाक्य में विशेष से से पूर्व विशे षण आ जाए तो उसे उद्देश्य विशेषण कहा जाता है विधेय विशेषण जब वाक्य में विशेष्य के बाद विशे षण…