Golden Classes
    Facebook Twitter Instagram
    Golden Classes
    • Home
    • Sarkari Yojna
    • Subject
      • PHYSICS
      • Psychology
      • Philosophy
      • Geography
        • World Geography
        • Rajasthan Geography
        • India Geography
      • Arts & Culture
      • Science
      • Computer
      • हिंदी Hindi
      • History
        • Rajasthan History
        • Modern History
        • Medieval History
        • Ancient History
      • Political Science
      • Economy
    • Govt Jobs
    • Motivational
    • Web Stories
    • Others
      • Full Form
    Golden Classes
    Home»History»Arts & Culture»Rajasthan Ki Chhatriyan: राजस्थान की छतरियां
    Arts & Culture

    Rajasthan Ki Chhatriyan: राजस्थान की छतरियां

    By NARESH BHABLAAugust 15, 2020Updated:May 19, 2021No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Chhatriyan
    Chhatriyan
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    Chhatriyan

    Rajasthan Ki Chhatriyan राजस्थान की छतरियां

    गैटोर की Chhatriyan – नाहरगढ़ (जयपुर) में स्थित है। ये कछवाहा शासको की छतरियां है। जयसिंह द्वितीय से मानसिंह द्वितीय की छतरियां है।

    बड़ा बाग की छतरियां- जैसलमेर में स्थित है। – यहां भाटी शासकों की छतरियां स्थित है।

    क्षारबाग की छतरियां – कोटा में स्थित है। – यहां हाड़ा शासकों की छतरियां स्थित है।

    देवकुण्ड की छतरियां- रिड़मलसर (बीकानेर) में स्थित है। राव बीकाजी व रायसिंह की छतरियां प्रसिद्ध है।

    छात्र विलास की छतरी- कोटा में स्थित है।

    केसर बाग की छतरी- बूंदी में स्थित है।

    जसवंत थड़ा- जोधपुर में स्थित है। सरदार सिंह द्वारा निर्मित है।

    रैदास की छतरी- चित्तौड़गढ में स्थित है।

    गोपाल सिंह यादव की छतरी- करौली में स्थित है।

    08 खम्भों की छतरी- बांडोली (उदयपुर) में स्थित है। यह वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की छतरी है।

    32 खम्भो की छातरी- राजस्थान में दो स्थानों पर 32-32 खम्भों की छतरियां है। मांडल गढ (भीलवाड़ा) में स्थित 32 खम्भों की छतरी का संबंध जगन्नाथ कच्छवाहा से है। रणथम्भौर (सवाई माधोपुर) में स्थित 32 खम्भों की छतरी हम्मीर देव चैहान की छतरी है।

    80 खम्भों की छतरी –  अलवर में स्थित हैं यह छतरी मूसी महारानी से संबंधित है।

    84 खम्भों की छतरी- बूंदी में स्थित है। यह छतरी राजा अनिरूद के माता देव की छतरी है। यह छतरी भगवान शिव को समर्पित है।

    16 खम्भों की छतरी – नागौर में स्थित हैं यह अमर सिंह की छतरी है। ये राठौड वंशीय थे।

    टंहला की छतरीयां – अलवर में स्थित हैं।

    आहड़ की छतरियां – उदयपुर में स्थित हैं इन्हे महासतियां भी कहते है।

    राजा बख्तावर सिंह की छतरी- अलवर में स्थित है।

    राजा जोधसिंह की छतरी- बदनौर (भीलवाडा) में स्थित है।

    मानसिंह प्रथम की छतरी- आमेर (जयपुर) में स्थित है।

    06 खम्भों की छतरी- लालसौट (दौसा) में स्थित है।

    गोराधाय की छतरी- जोधपुर में स्थित हैं। अजीत सिंह की धाय मां की छतरी है।

    Chhatriyan

    राजस्थान की ऐतिहासिक छतरियाँ ( Historical Cenotaphs of Rajasthan )

    • अमरसिंह की छतरी – नागौर
    • सिसोदिया राणाओं की छतरियाँ – आहड़ , उदयपुर
    • राव बीका जी रायसिंह की छतरियाँ – देव कुंड बीकानेर
    • हाड़ा राजाओं की छतरियाँ – सारबाग ,कोटा
    • रैदास की छतरी – चित्तौड़गढ़
    • गोपालसिंह की छतरी – करौली
    • 84 खंभों की छतरी – बूँदी
    • राजा बख्तावर सिंह की छतरी – अलवर
    • 32 खंभों की Chhatriyan – रणथम्भौर
    • केसर बाग व क्षार बाग की छतरियाँ – बूँदी ( बूँदी राजवंश की )
    • भाटी राजाओं की छतरियाँ – बड़ा बाग ,जैसलमेर
    • राठौड़ राजाओं की छतरियाँ – मंडोर जोधपुर
    • मूसी महारानी की छतरी – अलवर
    • महाराणा प्रताप की Chhatriyan ( 8 खंभोकी )- बाडोली ( उदयपुर )
    • कच्छवाहा राजाओं की Chhatriyan – गेटोर ( नाहरगढ़ , जयपुर )
    • राव जोधसिंह की छतरी – बदनौर
    • जयमल ( जैमल ) व कल्ला राठौड़ की छतरियाँ – चित्तौड़गढ

    यदि आपको हमारे द्वारा दिए गए नोट्स पसंद आ रहे है तो आप हमें पेज पर भी फॉलो कर सकते है  FACEBOOK

    1 खंभों की छतरी कहां स्थित है 1444 खंभों की छतरी कहां पर है 16 खंभों की छतरी कहां स्थित है 16 खंभों की छतरी कहां है 32 खंभों की छतरी कहां पर है 36 खंभों की छतरी 36 खंभों की छतरी कहां पर स्थित है 84 खंभों की छतरी कहां है घास फूस की छतरी कहां स्थित है महाराणा सांगा की छतरी मूसी महारानी की छतरी कितने खंभों की है राजस्थान की प्रमुख छतरियां
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email

    Related Posts

    इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र [ IGNCA ], नई दिल्ली

    March 30, 2022

    Literary and Museum आधुनिक साहित्यकार एवं संग्रहालय

    September 26, 2020
    Add A Comment

    Leave A Reply Cancel Reply

    Popular Post
    हिंदी Hindi

    हिंदी भाषा के विविध रूप | भाषा के भेद और प्रकार

    By NARESH BHABLAFebruary 8, 2022

    हिंदी भाषा के विविध रूप – भाषा का सर्जनात्मक आचरण के समानान्तर जीवन के विभिन्न…

    Relationship सामाजिक अध्ययन का अन्य विषयो संबंध

    July 2, 2020

    Public Policy: भारत की लोकनीति क्या है?

    August 29, 2020

    chemistry formulas in Hindi | रासायनिक सूत्र की लिस्ट

    January 31, 2022

    E-commerce ई-कॉमर्स क्या है व इसके कार्य???

    July 19, 2020
    Facebook Twitter Instagram Pinterest
    • Home
    • About Us
    • Contact Us
    • Privacy Policy
    Copyright © 2023-24 goldenclasses.com All Rights Reserved
    All Logos & Trademark Belongs To Their Respective Owners.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.