Author: NARESH BHABLA

वेद और_उपनिषद की अवधारणा वेद ( Vedas ) – वेद_शब्द विद धातु से बना है जिसका अर्थ है जानना वेद का सामान्य अर्थ है -ज्ञान वेंदो को श्रुति ग्रन्थ भी कहा जाता हे वेदिक ज्ञान को साक्षात् तपोबल के आधार पर ऋषिमुनियों के द्वारा सुना गया व इसी ज्ञान को प्रारम्भ में मौखिक रूप से ऋषिमुनियों ने अपने शिष्यो को दिया था। वेदों को अपौरुषेय भी कहा गया क्योकि वेदों की रचना इसवरिय प्रेरणा के आधार पर ऋषि मुनियो ने की । वेदों को सहिता ग्रन्थ भी कहा जाता हे । वेदों में अलग -अलग काल में रचे गए ऋषि मुनियो के मंत्रो का संकलन हे इस कारण…

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राष्ट्रीय आय, संवृद्धि एवं विकास किसी देश की अर्थव्यवस्था द्वारा एक वर्ष की अवधि में उत्पादित अंतिम वस्तुओं और सेवाओं के शुद्ध मूल्य के योग को राष्ट्रीय आय कहते हैं। … भारत में सबसे पहले राष्ट्रीय आय का अनुमान दादा भाई नौरोजी ने लगाया। उनके आकलन के अनुसार 1867-68 में देश में प्रति व्यक्ति आय 20 रुपए थी। राष्ट्रीय आय, संवृद्धि एवं विकास राष्ट्रीय आय संवृद्धि विकास किसी देश की अर्थव्यवस्था द्वारा एक वर्ष की अवधि में उत्पादित अंतिम वस्तुओं और सेवाओं के शुद्ध मूल्य के योग को राष्ट्रीय आय कहते हैं।राष्ट्रीय आय में नागरिकों द्वारा विदेशों में अर्जित किए…

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बजट निर्माण’ का अर्थ है- बजट अनुमानों का, अर्थात प्रत्येक वित्त वर्ष के संबंध में भारत सरकार के व्यय और प्राप्तियों (आय) के अनुमानों का विवरण तैयार करना । … दूसरे शब्दों में, बजट में योजना की प्राथमिकताओं को सम्मिलित कराने के लिए वित्त मंत्रालय योजना आयोग से निकट संपर्क बनाए रखता है । बजट निर्माण बजट का तात्पर्य किसी अर्थव्यवस्था के अनुमानित खर्चों और प्राप्तियों के विवरण से है। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 112 में वार्षिक वित्तीय विवरण का उल्लेख है। इसके अनुसार राष्ट्रपति संसद के दोनों सदनों में भारत सरकार के लिये उस अवधि हेतु प्राक्कलित प्राप्तियों और व्ययों का…

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बैंकिंग और लोक वित्त 1. बैंकिंग Banking बैंक की परिभाषा ( Definition of Bank )- बैंक_मुद्रा तथा साख का व्यवसाय करने वाली संस्था है। बैंक वह संस्था है जो मुद्रा व साख का व्यवसाय करती है, ‘ सेयर्स के अनुसार– “बैंक केवल मुद्रा-व्यापारी ही नहीं बल्कि एक महत्वपूर्ण अर्थ में मुद्रा निर्माता भी होते हैं। बैंक_एक ऐसी संस्था है जो मुद्रा का व्यापार करती है। बैंक जनता से उनकी बचत की गई रकमों को जमा के रूप में एकत्रित करते हैं और जरूरतमन्द व्यापारियों एवं उद्यमियों को उधार देती है। किसी भी देश के आर्थिक विकास में व्यापारिक बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती…

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अर्थव्यवस्था का परिचय आर्थिक वस्तुओं व आर्थिक सेवाओं के द्वारा की जाने वाली आर्थिक गतिविधियों का अध्ययन अर्थशास्त्र या अर्थव्यवस्था के अंतर्गत किया जाता है। चंद्रगुप्त मौर्य के मंत्र कौटिल्य ने अर्थशास्त्र नामक अपनी पुस्तक में राजनीतिक और आर्थिक दोनों विचार दर्शाएं।अरस्तू ने अपनी पुस्तक इकोनॉमिका में अर्थशास्त्र को House Management का नाम दिया। अर्थशास्त्र का वास्तविक जनक एडम स्मिथ को कहा जाता है। क्योंकि इन्होंने अर्थशास्त्र के संदर्भ में फैली हुई सभी विचारों को संकलित करके वैज्ञानिक रूप में अपनी पुस्तक An enquiry into the nature and causes of wealth of nations 1776 में प्रकाशित किया। अर्थव्यवस्था_शब्द की उत्पत्ति ग्रीक भाषा के शब्द ओइकोनोमिया से हुई। ओइकोस + नोमोस=घरेलू प्रबंध अर्थव्यवस्था…

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1. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund – IMF) विश्व बैंक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की स्थापना जुलाई, 1944 में सम्पन्न हुए संयुक्त राष्ट्र मौद्रिक एवं वित्तीय सम्मेलन (ब्रेटन वुड्स, संयुक्त राज्य अमेरिका) में हस्ताक्षरित समझौते के अंतर्गत की गयी। जो 27 दिसंबर, 1948 से प्रभावी हुआ। आईएमएफ द्वारा 1 मार्च, 1947 को औपचारिक रूप से कार्य करना शुरू कर दिंया गया। इस कोष का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय वित्तीय एवं मौद्रिक स्थिरता को बनाये रखने के उपाय करना तथा अंतरराष्ट्रीय व्यापार के विस्तार एवं पुनरुत्थान हेतु वित्तीय आधार उपलब्ध कराना है। आईएमएफ आर्थिक व सामाजिक परिषद के साथ किये गये एक…

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मौद्रिक नीति मौद्रिक नीति सरकार तथा देश के केंद्रीय बैंक की उस नियंत्रण नीति को कहा जाता है जिसके अंतर्गत मुद्रा के मूल्य में स्थायित्व लाने एवं अन्य कुछ निश्चित उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए मुद्रा एवं साख की मात्रा, उसकी लागत (अथार्थ ब्याज दर) तथा उसके उपयोग को नियंत्रित करने के उपाय किए जाते हैं| देश का केंद्रीय बैंक (भारत में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) मुद्रा बाजार में संतुलन स्थापित करने हेतु प्रायः मुद्रा आपूर्ति को एक उपकरण के रूप में प्रयुक्त करता है, अथवा बाजार ब्याज दर को प्रभावित करने के लिए अपनाता है| केंद्रीय बैंक की इसी…

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Share Market शेयर बाजार (Share Market) मानव अपने लिए वर्तमान के साथ-साथ भविष्य को भी कुछ सिमा तक सुरक्षित रखना चाहता हैं। इसी स्वभाव के कारण वह भावी मौद्रिक अवश्यक्ताओ के लिये कुछ सीमा तक वर्तमान आय में थोड़ी-थोड़ी बचते करता है। इन बचतों को वह कहीं न कहीं विनियोग करता है। Share Market इन बचतों को विनियोग करने के विभिन्न तरीके निम्न हो सकते है- बैंक में जमा करनाबहुमूल्य धातुएं, जमीन आदि में विनियोग करनासरकारी व गैर-सरकारी प्रतिभूतियों(अंशों, ऋण पत्रों एवं बॉन्ड्स) में निवेश करना प्रतिभूतियों का क्रय-विक्रय जिस बाजार में किया जाता है, उसे “शेयर बाजार” कहते हैं।  अन्य शब्दों…

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Rajasthan Police Department is ready to announce the Constable Exam Admit Card 2020. Now the organization is planning to release the Raj Police Constable Exam Date on the official web portal in the month of May 2020. Department has now announced the Police Constable Exam Hall Ticket through online mode on the official website which is www.police.rajasthan.gov.in. After declaration applicants can able to check and download their RP Constable Admit Card through given below mention link with the help of their application form registration number and date of birth wise. Rajasthan Police Constable Exam Date 2020 Recently, a Few days before…

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CTET – 2020 CTET Exam is being conducted to recruit candidates for Teaching Profile all across the country. Notification for July exam has been released by Central_Board of_Secondary_Education (CBSE). CTET or Central_Teacher_Eligibility Test gives candidate an opportunity to join central Government Schools such as NVS/KVS/Tibetan Schools etc. as a teacher. States that do not conduct TET Exam select candidates through CTET Examination. The Central Board of Secondary Education (CBSE) will conduct the 14th edition of Central Teacher Eligibility Test (CTET) on 5th July 2020 (Sunday). The test will be conducted in twenty languages in 112 cities all over the country. The…

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